10 Powerful shani sade sati upay in hindi

Shani Sade Sati Upay

(शनि साढ़े सती उपाए)

shani sade sati upay

मित्रों हम इस लेख में जानेगे की shani sade sati (शनि साढ़े सती) क्या है, और shani sade sati upay (शनि साढ़े सती उपाए) क्या है। आपने देखा होगा की जब हमे पता चलता है की हम पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है तो हम घबरा जाते है, क्योंकि हमने कहीं न कहीं किसी से यह सुना है की शनि दंड देने वाले देवता है। जिस पर shani sade sati (शनि साढ़े सती) होती है उसे जिंदगी में बहुत कठिनाईओं का सामना करना पड़ता है, उसकी जिंदगी में संघर्ष ज्यादा होता है, न जाने और क्या क्या सुना होगा।

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मित्रों इतनी बात हमेशा याद रखे की अगर कोई जिंदगी में problems है तो उसका हल भी है। इस लिए आपको बिलकुल भी घबराना नहीं है। बल्कि आपके पंडित द्वारा बताये गए उपायों को नियमित रूप से श्रद्धा से करना है। आप देखेंगे की आपको कितना फायदा मिलता है। आइए अब हम जानते है की shani sade sati (शनि की साढ़े सती) क्या है?

Shani sade sati (शनि की साढ़े सती) India के jyotish शास्त्र के अनुसार, shani dev की साढ़े सात वर्ष चलने वाली एक तरह की ग्रह दशा ही होती है। भारत के jyotish शास्त्र के अनुसार जितने भी ग्रह है वह एक राशि से दूसरी राशि में घूमते रहते है। इस तरह जब shani ग्रह लगन से बारहवीं राशि में प्रवेश करता है तो उस विशेष राशि से अगली दो राशि से गुजरते हुए अपना समय चक्र को पूरा करता है।

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Shani dev की मंथर गति से चलने के कारण यह एक राशि में लगभग ढाई वर्ष यात्रा करता है, इस तरह यह एक present के before एक behind तथा एक front ग्रह पर प्रभाव डालते हुए यह तीन गुना मतलब साढ़े सात वर्ष की अवधि का काल sade saat वर्ष का होता है। इसलिए India में इसे ज्योतिष शास्त्र के अनुसार shani sade sati के नाम से जाता है।

मित्रों हमने यह तो जान लिया की शनि साढ़े सती क्या होती है। अब हम जानेगें की अगर कोई व्यक्ति शनि देव की शनि साढ़े सती से परेशान है या काफी दिक्क्तों का सामना कर रहा है तो बताये गए शनि साढ़े सती उपाए के माध्यम से उसके सारे कष्ट दूर हो जायेंगे।

Shani sade sati upay (शनि साढ़े सती उपाय)

shani sade sati

आइए अब हम जानते है की shani sade sati upay (शनि साढ़े सती) उपाय के बारे में।

  • अगर आप पर shani sade sati चल रही है तो आपने शनिवार को चमड़े के काले रंग (black color) के जूते पहन कर मंदिर जाना है बिना किसी को बताये, और अपने जूतों को वहीँ पर छोड़ आना है और पीछे मुड़ कर नहीं देखना है। क्योंकि मंदिर में चपलें जूतें खोलना शुभ संकेत माना जाता है। कहा जाता  की अगर शनिवार के दिन मंदिर में जूते चोरी हो जाये तो बहुत ही लाभकारी होता है।
  • Shani sade sati (शनि साढ़े सती) के लिए आप शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनि देव के मंत्र का जाप कर सकते है। मंत्र है ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनिश्चराय नमः। आप जितनी श्रद्धा और लगन से इस मंत्र का जाप करेंगे आपको शनि देव की कृपा उतनी जल्दी प्राप्त होगी।
  • माना जाता है की भगवान् शिव की उपासना करने से भी शनि देव खुश होते है। इसके लिए आप भगवान् शिव का पंचाक्षर मंत्र “नमः शिवाय” का जाप भी कर सकते है।
  • कहा जाता है की प्रभु श्री राम भकत श्री हनुमान जी की उपासना करने से भी शनि देव प्रसन्न होते है और अपने भक्तों के कष्टों का निवारण करते है। शनिवार के दिन सुंदरकांड का पाठ करने से भी शनि दोष से मुक्ति मिलती है।  हनुमान  मंदिर में जाकर उन्हें  मीठा प्रसाद जरूर चढ़ाना चाहिए।
  • शनिवार के दिन गले में काला धागा पहने और हर रोज पूजा करते समय महामृत्युंजय मंत्र का जाप और ॐ नमः शिवाय का जाप करने से भी शनि दोष दूर होता है।
  • मान्यता है की शनिवार के दिन जल में चीनी या गुड़ मिलाकर पीपल को जल देने से और सरसों के तेल का दीपक जलाने से भगवन शनिदेव खुश होते है।
  • अगर आप सच में शनि दोष को दूर करना चाहते है तो सबसे पहले अपने कर्मो में सुधार करें। बुरे कामो को त्यागें। किसी का बुरा न करें। शराब, मीट आदि का सेवन न करें। सबका भला करें। गरीबों को दान करें।
  • हर शनिवार को भोजन में उड़द की दाल को शामिल करें। अपने माता पिता का सम्मान करें। लोहे की कटोरी में सरसों का तेल भरकर दान जरूर करें।
  • शनिवार के दिन भगवान् शनि देव की पूजा करने से शनि दोष दूर होते है। काले घोड़े की नाल से बनी अंगूठी को अपने दहने हाथ की मध्य अंगुली में जरूर पहने।
  • Shani sade sati दोष को कम करने के लिए शनिवार के दिन गरीबों, जरूरतमंद लोगों को वस्त्र दान करें और भोजन खिलाएं। शनिदेव के मंदिर में जाकर तिल के तेल को शनिदेव पर चढ़ाना चाहिए।

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किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए

  • Shani sade sati (शनि साढ़े सती) के दौरान रात के समय यात्रा ध्यान से करें।
  • इस दौरान भूलकर भी मंगलवार ओर शनिवार को शराब, मीट का सेवन न करें।
  • बुरे कर्मो को न करें।
  • ड्राइविंग ध्यान से करें।
  • किसी भी जोखिम भरे काम को न करें।
  • अपने माता पिता की सेवा करें सम्मान करें।
  • रात को अकेले यात्रा करने से बचना चाहिए।
  • शनि मंत्र का जाप करें।

निष्कर्ष (Conclusion)

मित्रों हमने इस लेख में जाना की Shani sade sati (शनि साढ़े सती क्या है) Shani sade sati upay (शनि साढ़े सती उपाए) क्या है। किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। हमें पूरा विश्वास है की यह लेख पढ़कर आपको अच्छा लगा होगा। इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें। धन्यवाद !

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