Rahu Mahadasha in Hindi
जैसे कि हम सभी जानते ही हैं कि राहु ग्रह एक बहुत ही खतरनाक ग्रह है क्योंकि देखा गया है किसी भी व्यक्ति की कुंडली में rahu mahadasha चल रही हो तो व्यक्ति को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है व्यक्ति के जीवन में rahu ki mahadasha का जो समय काल होता है वह 18 वर्ष का होता है।
राहु एक छाया ग्रह है और इनको व्यक्ति के गर्दन के ऊपर वाले हिस्से में स्थान मिला है, और गर्दन के नीचे वाले हिस्से में केतु को स्थान मिला है राहु का जो सिर है वह एक सर्प का सिर है।
यह व्यक्ति के जीवन में जहर घोलने के काम करता है, बड़ी-बड़ी और लाल आंखें हैं उनकी, खुले हुए बाल हैं बड़े बड़े दांत हैं लंबी और बड़ी मूछें हैं उनकी इसीलिए वह देखने में डरावने और भयानक लगते हैं, राहु को व्यक्ति की मति भ्रमित करने वाला ग्रह भी माना जाता है।
इसके इलावा राहू ज्ञान का कारक भी है, rahu and ketu हमारे जीवन में चीजों को संतुलित करने का काम करते हैं।
Mahadasha Kya Hai
इसके अलावा mahadasha का मतलब होता है जब कोई ग्रह किसी व्यक्ति की कुंडली में लंबे समय के लिए मजबूत स्थिति में विराजमान होता है तो उसे mahadasha कहा जाता है।
Rahu Ki Mahadasha Ke Lakshan
जब किसी व्यक्ति के जीवन में rahu mahadasha शुरू होने वाली होती है तो उस व्यक्ति को ऐसे लगता है जैसे उसे भौतिक सुख मिलने वाला है वह अपने अंदर स्वयं शत्रुता के भाव रखने लगता है मतलब rahu mahadasha का आधा समय तो खराब करके ही व्यतीत कर देता है।

राहु जी जो है यह एक बड़ा ही आलसी, शरारती मति भ्रमित करने वाला ग्रह है। बड़ी-बड़ी बातें करना बड़े-बड़े सपने देखना यह इसका स्वभाव है। इसे भौतिक सुखों की वृद्धि करने वाला ग्रह भी माना जाता है, rahu mahadasha शुरू होते ही व्यक्ति के मन में भौतिक सुखों की प्राप्ति करने की इच्छा जागृत होने लगती है।
व्यक्ति भौतिक सुख पाने के लिए उतावला होने लगता है उसके लिए उसको चाहे फिर कोई भी रास्ता अपनाना पड़ेगा चाहे वह रास्ता गलत हो या सही। जब राहु महादशा शुरू होने वाली होती है।
तो व्यक्ति की ऐसी सोच हो जाती है कि मुझे जिंदगी में हर सुख चाहिए और जैसे ही rahu mahadasha शुरू होती है तो व्यक्ति के जीवन में भौतिक सुखों की वृद्धि होनी शुरू हो जाती है राहु व्यक्ति के मती को भ्रमित कर देता है। हम आपको डरने के लिए नहीं कह रहे पर आपका इसका उपाय करके इसके दोष के प्रभाव को कम कर सकते है।
Rahu Ki Mahadasha Ke Parinam
- Rahu से पीड़ित व्यक्ति पाप करने लग जाता है।
- Rahu से पीड़ित व्यक्ति भ्रमित अवस्था में रहता है वह सोचता कुछ और है और करता कुछ और ही है।
- Rahu से पीड़ित व्यक्ति को मानसिक परेशानी, पागलपन, और मिर्गी जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
- Rahu से पीड़ित व्यक्ति को पेट से संबधित सांस से संबधित बीमारीयां हो सकती है।
- Rahu से पीड़ित व्यक्ति को खराब नशे करने की आदत हो जाती है।
- Rahu से पीड़ित व्यक्ति रोशनी की वजाय अंधेरे में बैठना ज्यादा पसंद करता है।
- Rahu से पीड़ित व्यक्ति पाप, छड़यंत्र,धोखा करने लगता है।
- Rahu से पीड़ित व्यक्ति हॉस्पिटल, कोट कचहरी, पुलिस थाने के चक्कर काटता रहता है।
Rahu Mahadasha Ke Upay
- अगर व्यक्ति के जीवन में राहु कि खराब महादशा चल रही है तो उसके लिए सबसे श्रेष्ठ और सबसे पहला उपाय यही है कि व्यक्ति को रोज सुबह और शाम रुद्राक्ष माला के द्वारा राहु मंत्र (रां राहवे नम:) का जाप करना चाहिए।
- राहु के खराब महादशा के उपाय के लिए शराब का सेवन बिलकुल भी नहीं करना है।
- रविवार के दिन भैरव जी के मंदिर में जाकर के सरसों के तेल का दीपक जलाएं और भगवान भैरवनाथ जी को शराब अर्पित करें।
- सुबह नहाते वक्त नहाने वाले पानी में गोमूत्र का एक ढक्कन डाल कर के नहाए, इससे आपको फायदा होगा।
अब हम जानेगें जब व्यक्ति के जीवन में rahu mahadasha शुरू होती है तो उसके साथ नव ग्रहों की जो antardasha चलती है उसका व्यक्ति के जीवन में क्या प्रभाव पड़ता है, क्या फल देते है और क्या उसके उपाए करने चाहिए आदि।
आइए अब हम rahu mahadasha में नवग्रहों की antardasha में बारे में जान लेते है:
Rahu Ki Mahadasha Me Rahu Ki Antardasha
अगर किसी व्यक्ति के जीवन में rahu mahadasha में rahu ki antardasha चल रही हो तो rahu ki antardasha का जो समय काल होता है वह 2 साल 8 महीने और 12 दिन का होता है।
भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर व्यक्ति की कुंडली में राहु महादशा के साथ rahu ki antardasha चल रही है तो व्यक्ति को अपने जीवन में बदनामी और अपमान का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा किसी दुर्घटना का सामना भी करना पड़ सकता है।
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अगर कोई व्यक्ति शादीशुदा है तो वह शादीशुदा होते हुए भी पराई स्त्री के प्रति आकर्षित रहता है। अगर आपके जीवन में भी राहु महादशा चल रही है तो बिल्कुल भी घबराए ना क्योंकि जहां समस्या होती है वहां समाधान भी होता है।
इसीलिए अगर व्यक्ति की कुंडली में राहु महादशा में rahu ki antardasha चल रही है तो आप कुछ उपायों को करके राहु के बुरे प्रभाव को कम कर सकते हैं।
Rahu Ki Mahadasha Me Rahu Ki Antardasha Ke Upay
- भगवान काल भैरव जी के मंदिर में जाकर के सरसों का दीपक जलाएं और उनको शराब अर्पित करें।
- व्यक्ति को खुद शराब का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
- किसी लावारिस लाश के लिए श्मशान घाट में लकड़ियों का दान अवश्य करें।
- किसी के प्रति बुरा ना सोचें हो और ना ही किसी को बुरे शब्द बोलें।
Rahu Mahadasha Me Brihaspati Ki Antardasha
जब किसी व्यक्ति के जीवन में राहु महादशा के साथ brihaspati ki antardasha चलती है तो अच्छे संयोग बनते हैं, बृहस्पति जी देवताओं के गुरु है जिससे rahu mahadasha का प्रभाव कम हो जाता है, brihaspati ki antardasha का समय काल 2 साल 4 महीने और 24 दिन का होता है।
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बृहस्पति को गुरु ग्रह के नाम से जाना जाता है, guru dasha शुभ होने पर व्यक्ति के मन में अच्छे विचार जन्म लेने लगते हैं और व्यक्ति का धार्मिक कार्यों में मन लगता है करियर में लाभ होता है, rahu mahadasha के साथ brihaspati ki antardasha अशुभ तो उसके लिए यह उपाए करें।
Rahu Ki Mahadasha Me Brihaspati Ki Antardasha Ke Upay
- अगर व्यक्ति के जीवन में rahu mahadasha के साथ brihaspati ki antardasha चल रही हो तो व्यक्ति को हर सोमवार शिव मंदिर में जाकर के झाड़ू लगाना चाहिए।
- भगवान शिव का पीले फूलों के साथ शृंगार करना चाहिए।
- किसी निसहाय जरूरतमंद छात्र की पढ़ाई में मदद अवशय करनी चाहिए।
Rahu Ki Mahadasha Me Shani Ki Antardasha in Hindi
Rahu mahadasha me shani ki antardasha का जो समय काल होता है वह 2 साल 10 महीने और 6 दिन का होता है।
जिस व्यक्ति के जीवन में rahu mahadasha के साथ shani ki antardasha चलती है, उस व्यक्ति के घर परिवार में कलह कलेश रहता है, पति पत्नी के संबंध अच्छे नहीं रहते, पैसा टिकता नहीं है।
इसके इलावा व्यक्ति को पेट संबंधित कई ऐसी बीमारियां घेर लेती हैं, जिससे व्यक्ति परेशान रहता है।
Rahu Ki Mahadasha Me Shani Ki Aantardasha Ke Upay
- जिस व्यक्ति की कुंडली में rahu mahadasha के साथ shani ki antardasha चल रही हो उस व्यक्ति को शनिवार के दिन काले तिलों का दान करना चाहिए।
- हर सोमवार शिव मंदिर में जाकर के शमी के पत्रों से भगवान शंकर की पूजा करनी चाहिए।
- 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए जाप करने के बाद दशांश हवन जरूर करवाना चाहिए और उसमें जायफल की आहुतियां अवश्य देनी चाहिए ऐसा करने से व्यक्ति को लाभ होगा।
Rahu Ki Mahadasha Me Budh Ki Antardasha
हमारे ज्योतिष शास्त्रों में बुध ग्रह को अच्छी प्रवृत्ति का माना जाता है rahu mahadasha में budh ki antardasha का समय काल 2 साल 3 महीने और 6 दिन का होता है।
जब किसी व्यक्ति के जीवन में rahu mahadasha के साथ budh ki antardasha चलती है तो व्यक्ति को शुभ परिणाम मिलते हैं।
मतलब व्यक्ति को व्यापार में लाभ ही लाभ होता है, मान सम्मान बढ़ता है, दोस्तों का सहयोग प्राप्त होता है, संतान की प्राप्ति होती है।
Rahu Ki Mahadasha Me Budh Ki Antardasha Ke Upay
- व्यक्ति को budh ki antardasha के उपाय के लिए हाथी को नारियल गोले और हरे पत्ते खिलने चाहिए।
- बुधवार के दिन मंदिर में जाकर गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें और सच्चे मन से श्री गणेश जी की पूजा करें इससे आपको काफी लाभ होगा।
- किसी कोढ़ी या अपंग व्यक्ति को खाना अवश्य खिलाऐं।
Rahu Ki Mahadasha Me Ketu Ki Antardasha
राहु महादशा में केतु की अन्तर्दशा जब चलती है तो इसका समय काल 1 साल 18 दिन का होता है। जैसे कि हम सभी जानते ही हैं कि राहु और केतु अच्छे ग्रह नहीं हैं।

जब भी व्यक्ति के जीवन में राहु महादशा में केतु की अन्तर्दशा चलती है बुरे ही प्रणाम मिलते हैं व्यक्ति के शत्रु बढ़ जाते हैं यहां तक कि उसके अपने मित्र और रिश्तेदारों से भी भी संबंध अच्छे नहीं रहते।
इसके अलावा सिर से जुड़े रोग हो सकते हैं व्यक्ति को अगनी से अपना बचाव करना चाहिए क्योंकि इससे उसको नुकसान हो सकता है।
Rahu Ki Mahadasha Me Ketu Ki Antardasha Ke Upay
- कुत्तों को और काैए को मीठी रोटी खिलाएं।
- भगवान काल भैरव जी के मंदिर में जाकर के भगवान काल भैरव जी को ध्वजा चढ़ाएं।
- घर या मंदिर में गूगल धूप अवश्य लगाएं।
Rahu Ki Mahadasha Me Shukra Ki Antardasha
जब व्यक्ति के जीवन में राहु की महादशा में शुक्र की अन्तर्दशा चलती है तो पति पत्नी के संबंध अच्छे बनते हैं इसके अलावा व्यक्ति को वाहन और भूमि सुख के साथ साथ दांपत्य सुख की भी प्राप्ति होती है।
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अगर राहु और शुक्र शुभ नहीं है तो व्यक्ति के जीवन में शीत संबधित रोग व्यक्ति को परेशान कर सकते हैं, हमारे ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु की महादशा में शुक्र की अन्तर्दशा का जो समय काल होता है वह पूरे 3 वर्ष का होता है।
Rahu Ki Mahadasha Me Shukra Ki Antardasha Ke Upay
- शिव मंदिर में जाकर के सच्चे मन से नंदी जी की पूजा करने से व्यक्ति को लाभ होता है।
- गाय को घास और गुड़ खिलाना चाहिए, इससे भी व्यक्ति को काफी लाभ होता है।
- स्फटिक की माला धारण अवश्य करनी चाहिए।
Rahu Ki Mahadasha Me Surya Ki Antardasha
राहु महादशा में जब surya ki antardasha चलती है तो surya ki antardasha का समय काल 10 महीने 24 दिन का होता है। इस समय व्यक्ति को बहुत संभल कर रहना पड़ता है।
क्योंकि व्यक्ति को आंख से संबंधित रोग और विष संबंधित दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है। यह दशा व्यक्ति के लिए ठीक नहीं होती।

Rahu Ki Mahadasha Me Surya Ki Antardasha Ke Upay
- व्यक्ति को रोज सुबह स्नानादि करके सूर्य को अर्घ देना चाहिए
- सुबह सूरज को अर्घ देने के बाद उनकी पूजा-अर्चना करनी चाहिए इससे व्यक्ति को लाभ होता है।
- सूअर को मसूर की दाल खिलानी चाहिए।
- हरिवंश पुराण का पाठ करते रहना चाहिए। इससे भी व्यक्ति को लाभ होता है।
Rahu Ki Mahadasha Me Chandra Ki Antardasha
राहु महादशा में chandra ki antardasha का जो समय काल होता है वह 1 साल 6 महीने का होता है, यह भी दशा व्यक्ति के लिए शुभ नहीं मानी जाती। क्योंकि इस समय में पति पत्नी के बीच में झगड़ा भी हो सकता है।
यहां तक की तलाक की नौबत भी आ सकती है इसके अलावा धन का नुकसान होता है, संतान को कष्ट होता है, इसके अलावा और भी कई विशेष प्रकार के कष्ट व्यक्ति को सताते रहते हैं।
Rahu Ki Mahadasha Me Chandra Ki Antardasha Ke Upay
- हर सोमवार शिव मंदिर में जा कर के गए शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं।
- इसके अलावा सफेद वस्तुओं का दान करें, ऐसा करने से व्यक्ति को फायदा होगा।
- अपनी माता की उम्र की महिलाओं की सेवा और सम्मान जरूर करें।
Rahu Mahadasha Me Mangal Ki Antardasha
जब भी व्यक्ति के जीवन में राहु महादशा के साथ mangal ki antardasha चलती है, तो उसका समय काल 1 साल 18 दिन का होता है यह दशा व्यक्ति के करियर लिए शुभ नहीं होती।
इसके अलावा व्यक्ति के जीवन में गंभीर रोग और उसको परेशान करते रहते हैं, और शारीरिक चोट लगने का भी खतरा बना रहता है।
Rahu Mahadasha Me Mangal Ki Antardasha Ke Upay
- व्यक्ति को मंगलवार के दिन लाल वस्तुओं का दान अवश्य करना चाहिए।
- जरूरतमंदे बच्चों को खाने की वस्तुएं भी दान करनी चाहिए।
निष्कर्ष
आज हमने इस लेख में पढ़ा राहु महादशा, राहु की महादशा के लक्षण, राहु महादशा के परिणाम, राहु की महादशा के उपाय, राहु की महादशा में नवग्रहों की अन्तर्दशा और उसके उपाय के बारे में।
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